साहित्य कला की ज्योति जलती रहेगी विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों के रूप में
(हर 12 घंटों पर एक बार जरूर देख लें - FB+ Watch Bejod India)
बच्चे कोई माता-पिता की हूबहू प्रतिमूर्ति नहीं होते बल्कि एक स्वतंत्र मानवीय इकाई होते हैं जिनका अपना अलग व्यक्तित्व होता है। उनमें भी भावनाएं और सोच होते हैं जिन्हें कलाओं के माध्यम से अभिव्यक्त करने हेतु चित्रकला को सबसे सक्षम माध्यम माना जा सकता है। उनकी अभिव्यक्ति को सम्मान देते हुए हाल ही में एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
सुर स्नेही कला मंच, दिल्ली की संस्थापक रेनू गोयल की पुण्यतिथि पर सुर स्नेही कला-मंच की देहरादून शाखा का गठन कर उन्हें कला पुष्पों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। सुर स्नेही कला मंच का यह कार्यक्रम त्रिकुटीर 4/3 भन्डारीबाग देहरादून में आयोजित किया गया।
सुर स्नेही कला मंच, दिल्ली की संस्थापक रेनू गोयल की पुण्यतिथि पर सुर स्नेही कला-मंच की देहरादून शाखा का गठन कर उन्हें कला पुष्पों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। सुर स्नेही कला मंच का यह कार्यक्रम त्रिकुटीर 4/3 भन्डारीबाग देहरादून में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का आगाज़ रेनू गोयल व उनकी संस्था के परिचय से किया गया। देहरादून शाखा के अध्यक्ष गौरव गुप्ता ने बताया कि उनकी बहन बहुमुखी प्रतिभा की धनी और समाज, साहित्य और कला को समर्पित एक कुशल गृहिणी तथा राजनेत्री थीं।
ततपश्चात एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। महासचिव जाग्रति गुप्ता ने बताया कि यह प्रतियोगिता दो वर्गों में होगी, प्रथम वर्ग 6 से 8 वर्ष के बच्चों का तथा दूसरा वर्ग 9 से 12 वर्ष के बच्चों के बीच है। कोषाध्यक्ष श्री दीपक जी ने निर्णायक मंडल विमला देवी, इब्तिसं का परिचय दिया तथा अपर सचिव संजय गुप्ता जी ने पुष्पगुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया।
6 से 8 वर्ष के वर्ग में राधा ने प्रथम ,सान्वी नैथानी ने द्वितीय तथा मान्या ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
9 से 12 वर्ष वर्ग में वंशिका पहले तथा सलोनी दूसरे स्थान और आयात खान तीसरे स्थान पर रहे।
इस मौके पर स्वo रेनू गोयल की माता कमला देवी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्तिथ रहीं। जाग्रति गुप्ता, अर्चना, दीपा, राहुल, आयुषी, यथार्थ, नीलम, सिद्धार्थ हंसिका, आरव श्री रामगोपाल, आकर्ष गुप्ता, ज्ञान, विमला देवी, इब्तिसं इत्यादि कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्तिथि में यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के अंत में जाग्रति ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि साहित्य कला की इस ज्योति को हम बुझने नहीं देंगें और उनकी तरह ही समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे।
.....
प्रस्तुति - शोभा खंडेलवाल
छायाचित्र - सुर स्नेही कला मंच
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल - editorbejodindia@yahoo.com
No comments:
Post a Comment
Now, anyone can comment here having google account. // Please enter your profile name on blogger.com so that your name can be shown automatically with your comment. Otherwise you should write email ID also with your comment for identification.