लड़ते रहे जो अपनी अपनी कौम के लिए / वो सारे लोग हिन्दू मुसलमान बन गए
साहित्यिक संस्था "विविध भाषा संस्कृति संगम, नवी मुंबई" की एक काव्य गोष्ठी अरुंधती आवास, उलवे में 12.2.2019 को आयोजित की गयी। इस गोष्ठी की अध्यक्षता लता तेजेश्वर ने की और सञ्चालन किया अश्वनी उम्मीद ने ।
संस्था का परिचय देने के पश्चात अश्वनी उम्मीद ने विधिवत गोष्ठी का प्रारंभ किया एवं अपनी ग़ज़लों को गाकर पेश किया -
इन्सानियत को मान के मज़हब जो चले थे
वो सब के सब इक रोज़ तो इंसान बन गए
लड़ते रहे जो अपनी अपनी कौम के लिए
वो सारे लोग हिन्दू मुसलमान बन गए।
पता हो लापता फिर भी ठिकाना ढूंढ लेते हैं
जो मिलना चाहते हैं वो बहाना ढूंढ लेते हैं
हुनर की रोशनी लेकर जो निकलते हैं दुनिया में
वो गुमनामी में शोहरत का खजाना ढूंढ लेते हैं
मुख्य अतिथि चर्चित कवयित्री मीनू मदान ने अपनी क्रांतिकारी कविताओं से समाजिक परिवेश में परिवर्तन लाने की बात कही।
संस्था का परिचय देने के पश्चात अश्वनी उम्मीद ने विधिवत गोष्ठी का प्रारंभ किया एवं अपनी ग़ज़लों को गाकर पेश किया -
इन्सानियत को मान के मज़हब जो चले थे
वो सब के सब इक रोज़ तो इंसान बन गए
लड़ते रहे जो अपनी अपनी कौम के लिए
वो सारे लोग हिन्दू मुसलमान बन गए।
पता हो लापता फिर भी ठिकाना ढूंढ लेते हैं
जो मिलना चाहते हैं वो बहाना ढूंढ लेते हैं
हुनर की रोशनी लेकर जो निकलते हैं दुनिया में
वो गुमनामी में शोहरत का खजाना ढूंढ लेते हैं
मुख्य अतिथि चर्चित कवयित्री मीनू मदान ने अपनी क्रांतिकारी कविताओं से समाजिक परिवेश में परिवर्तन लाने की बात कही।
अरुंधती की स्नेहिल कविता समाज का दर्पण, वंदना श्रीवास्तव की रचना अनमोल जीवन का सार, पूनम खत्री की दिल की आवाज गजब की शायरी प्रसतुत की। सबकी बेहतरीन रचनाओं ने गोष्ठी को एक मधुर और यादगार कवि गोष्ठी बना दिया।
अध्यक्षा लता तेजेश्वर ने बहुत ही प्यार से सभी भारतीय भाषाओं को जोड़कर, मानवता समानता की ज्योत जलाकर सभी को एक सूत्र में बांधने की बात कही।
अश्वनी उम्मीद के कुशल संचालन ने कार्यक्रम को और अधिक रोचक बना दिया।
सुभद्रा, एवं मेघा की उपस्थिति में बहुत ही हर्षोउल्लास के साथ यह साहित्यिक गोष्ठी संपन्न हुई। अपनी शायरी कविताओं, सुंदर रचनाओं से सभी ने एक दूसरे का मन मोह, दिल से आनंद लिया।
आलेख - श्रीराम शर्मा
चित्र सौजन्य- अश्वनी 'उम्मीद'
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल आईडी - editorbejodindia@yahoo.com
नोट- प्रतिभागी कवि/ कवयित्रियाँ गोष्ठी में अपनी पढ़ी गई रचनाओं की चुनिन्दा पंक्तियाँ भेजें इस रपट में जोड़ने के लिए. हमारा ईमेल आईडी है - editorbejodindia@yahoo.com
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