हार भी मेरी जीत बन गई
यह समझना गलत होगा कि लॉक डाउन का महिलाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता क्योंकि वे घर में रहना पसंद करती हें। सच्चाई है कि उन्हें पुरुषों से अधिक चुनौतियाँ हो गईं हैं क्योंकि जहाँ उनके घर में अब लगभग दुगुना काम हो गया है वहीँ बाहर किसी सहेली से मिलने जुलने का अवसर लगभग समाप्त हो गया है। कई घरों में तो कोरोना से बचाने के नाम पर पति या बच्चे स्वयं सारी घरेलु खरीदारी करके ले आते हैं क्योंकि उनके पास अब ढेर खाली समय है तो महिलाएं 24 घंटे सातों दिन भी बस अपने कमरे या रसोईघर के इर्द गिर्द रहती हैं। मैं अपवादों की बात नहीं कर रहा हूँ। ऐसी कठिन परिस्थिति में मनोरंजन के साथ साथ कुछ सार्थक विचारों का आदान प्रदान करने का अवसर प्रदान करता है महिला काव्य मंच।
अस्मा ने बढ़िया सरस्वती बंदना की। माधुरी भट्ट ने दीप प्रज्वलित किया।
अस्मा ने बढ़िया सरस्वती बंदना की। माधुरी भट्ट ने दीप प्रज्वलित किया।
अन्नपूर्ण श्रीवास्तव ने शब्द को गीत बना दिया-
शब्द शब्द गीत बन गये।
हार भी मेरी जीत बन गये।
डा. अन्नपूर्णा श्रीवास्तव
क्या खूब! शब्द-शब्द गीत बन गये।डा. सुधा सिन्हा ने दोहे प्रस्तुत कर समां बांध दिया।
अस्मा ने कविता का पाठ कर भारतीय संस्कृति की चर्चा की।डा. सुधा सिन्हा 'सावी'ने दोहासुनाकर समां ही बान्ध दिया -
गीत तडपता रह गया,चले गये सरकार।
ह्रदय सिसकता रह गया नहीँ रहे झंकार।।
मीना परिहार भी कोई कम न थीं । "मेरी मैत पर मत आना" कहकर मीना ने तो रुला ही दिया।पुष्पा जमुआर ने लाकडाउन का वर्णन किया। राजप्रिया ने कविता में सौम्य प्रकृति की सुन्दरता का चित्रण किया है।
असमजा प्रियदर्शिनी ने यह अहसास दिलाया कि हमारी परम्परा महान है और इसके बल पर हम एक दिन हमें विश्व गुरु बन सकते हैं ।
रिचा वर्मा ने बताया कि कोरोना काल में जिन्दगी सस्ती है और मौत महंगी । माधुरी भट्ट ने प्रकृति का वर्णन करते हुए ईश्वर और' मैं ' का फर्क बताया तथा नदी की तरह बहने की तमन्ना की। अर्चना पान्डे ने राम कृष्ण की धरती की सुन्दरता का बखान किया।
वीणाश्री ने बताया कि तुम्हारे जाने के बाद सब बिखर जाता है। अनीमा श्रीवास्तव से वहशीपन देखा नहीं जाता। नूतन सिन्हा ने भूख का यथार्थ चित्रण किया।
वीणाश्री ने बताया कि तुम्हारे जाने के बाद सब बिखर जाता है। अनीमा श्रीवास्तव से वहशीपन देखा नहीं जाता। नूतन सिन्हा ने भूख का यथार्थ चित्रण किया।
इंदू एवं निशा कुछ कारण वश उपस्थित न हो पायीं।
अन्त में राजप्रिया ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सब ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी मीना के मंच संचालन का जवाब नहीँ ।
......
रपट की मूल लेखिका - डा. सुधा सिन्हा 'सावी '
रपट की लेखिका का ईमेल आईडी - sinhasudha958@gmail.com
प्रस्तुति - हेमन्त दास 'हिम'
प्रस्तुति - हेमन्त दास 'हिम'
प्रतिक्रिया हेतु इस ब्लॉग कद ईमेल आईडी - editorbejodindia@gmail.com
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